मै कोई लेखक नहीं हूँ , और न हि मेरी कोई खास शैली है बस जो जी में आया लिख दिया और इसे समझने के लिए न तो ज्ञान की जरुरत है, और न ही बुद्धि की, बस जरुरत है तो मेरे जैसी नजर की , उस सोच की , उस नजरिये की वैसे आपका स्वागत है मेरी और सिर्फ मेरी दुनिया में सपनो की दुनिया में ll
धन्यवाद्
अमरेश भारद्वाज